आगरा। रील बनाने का बढ़ता चलन अब खतरनाक मोड़ लेने लगा है। आगरा में सोमवार को एक दर्दनाक हादसे में यमुना नदी में नहाते समय रील बना रही छह किशोरियाँ डूब गईं, जिनमें से चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो को समय रहते बचा लिया गया।
यह हृदयविदारक घटना ताजगंज थाना क्षेत्र की है, जहाँ दोपहर के समय कुछ किशोरियाँ गर्मी से राहत पाने और सोशल मीडिया के लिए वीडियो बनाने के उद्देश्य से यमुना नदी के किनारे पहुंची थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रील बनाते हुए वे गहराई की ओर बढ़ गईं और अचानक संतुलन बिगड़ने से एक किशोरी पानी में डूबने लगी। उसे बचाने के प्रयास में अन्य किशोरियाँ भी पानी में चली गईं।
स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन जब तक मदद पहुंचती, चार किशोरियाँ दम तोड़ चुकी थीं। दो किशोरियों को समय रहते बाहर निकालकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहाँ उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
परिवारों में मचा कोहराम
मृतक किशोरियों के परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर है और हर कोई इस हादसे से स्तब्ध है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिम्मेदार कौन?
यह हादसा एक गंभीर सवाल छोड़ता है — क्या रील्स के पीछे भाग रही नई पीढ़ी को हम सही दिशा दे पा रहे हैं? सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने की होड़ कई बार जानलेवा साबित हो रही है।
ज्वालामुखी को फटते हुए अगर आपने नहीं देखा तो देख लो, राख आसमान में फैली पर्यटक बाल-बाल बचे।
प्रशासन की अपील
प्रशासन और पुलिस ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को नदियों या जलाशयों में नहाने से रोकें और सोशल मीडिया के खतरों को लेकर जागरूक करें। साथ ही, नदियों के किनारे चेतावनी बोर्ड लगाने और सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा करने की बात भी कही गई है।
“अब UP पुलिस की वर्दी पहनेंगे पूर्व अग्निवीर! योगी सरकार का बड़ा धमाका”