खेल जगत। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक और भावुक क्षण सामने आया है। रोहित शर्मा के बाद अब विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। इस फैसले के साथ ही भारतीय टेस्ट क्रिकेट के एक स्वर्णिम युग का समापन हो गया है।
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत 2011 में की थी और जल्द ही अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और आक्रामक नेतृत्व शैली के चलते टीम इंडिया के मुख्य स्तंभ बन गए। उन्होंने 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले और 8000 से अधिक रन बनाए, जिसमें कई यादगार पारियां और शतक शामिल हैं। बतौर कप्तान, कोहली ने भारत को विदेशी धरती पर कई ऐतिहासिक जीत दिलाई और टीम को नंबर 1 टेस्ट रैंकिंग तक पहुँचाया। उनका जुनून, फिटनेस और मैदान पर उनकी मौजूदगी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
संन्यास की घोषणा करते हुए कोहली ने कहा, “टेस्ट क्रिकेट हमेशा मेरे दिल के सबसे करीब रहा है। इस फॉर्मेट ने मुझे निखारा और एक इंसान और खिलाड़ी के रूप में परिपक्व किया। अब समय है कि मैं इस अध्याय को सम्मानपूर्वक विराम दूँ और युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर दूँ।” उनके इस फैसले पर क्रिकेट जगत में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। फैन्स और साथी खिलाड़ी सोशल मीडिया पर उन्हें शुभकामनाएँ दे रहे हैं और उनके योगदान को सलाम कर रहे हैं।
विराट कोहली का टेस्ट करियर – एक नज़र में:
- मैच: 113+
- रन: 8,000+
- औसत: ~50
- शतक: 29+
- बतौर कप्तान जीत: 40+
कोहली अब अपने सीमित ओवरों के करियर पर ध्यान केंद्रित करेंगे और युवाओं के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे।
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