गन्ना किसान। गन्ने की उत्पादकता बढाने, लागत घटाने तथा कृषकों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषकों को नवीन तकनीकों से जोड़ने के लिए उनका प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिये गये थे, जिसके क्रम में गन्ना मंत्री एवं प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के मार्गदर्शन में किसानों का व्यापक प्रशिक्षण कराने के लिए “मुख्यमंत्री गन्ना कृषक विशेष प्रशिक्षण” कार्यक्रम तैयार किया गया है।
गाड़ी के सामने बीच रोड पर अचानक आ गया बाघ, उसके बाद जो हुआ आप सोच भी नही सकते!! VIDEO
इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश की 152 गन्ना विकास परिषदो में प्रगतिशील किसानों, विभागीय/चीनी मिल कार्मिकों में से योग्य व्यक्तियों को मास्टर ट्रेनर चयनित किया जायेगा। इन मास्टर ट्रेनर्स को 03 दिवस की विस्तृत ट्रेनिंग दी जायेगी, जिसमें उन्हें विभागीय योजनाओं, उन्नत गन्ना किस्मों की पहचान व गुण, कृषि निवेशों आदि की उपलब्धता एवं उन पर अनुमन्य छूट, सहफसली खेती, ड्रिप सिंचाई, मृदा परीक्षण,
एक गांव ऐसा जहां के ग्रामीण आज भी शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे, वजह जान आप भी चौक जाएंगे।
संतुलित उर्वरकों के प्रयोग, बीज उपचार एवं भूमि उपचार का महत्व व विधियां, गन्ने में लगने वाले रोग एवं कीट की पहचान, नियंत्रण एवं बचाव आदि से सम्बन्धित बिन्दुओं पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके पश्चात यह मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने क्षेत्र में विभागीय देख-रेख में गन्ना किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करेगें। प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने तथा गुणवत्तापूर्ण ट्रेनिंग के लिए विषय विशेषज्ञों एवं मास्टर्स ट्रेनर को विस्तृत प्रशिक्षण दिये जाने की व्यवस्था भी की गई है। उक्त प्रशिक्षण की अवधि 06 माह निर्धारित की गयी है, जिसमें न्याय पंचायत को इकाई मानकर न्याय पंचायतवार प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे। प्रत्येक प्रशिक्षण हेतु 50 कृषक शामिल किये जायेगें, प्रशिक्षण कार्यक्रम निकटतम कृषि विज्ञान केन्द्रों, गन्ना शोध संस्थानों, गन्ना किसान संस्थानों पर एवं स्थानीय स्तर पर सर्वाधिक उत्पादन लेने वाले गन्ना किसानों के खेत के आस-पास आयोजित किए जाएंगे, जिससे किसानों को प्रशिक्षण स्थल तक आवागमन में आसानी हो। विभागीय अधिकारियों द्वारा सतत निगरानी की जाएगी ताकि कार्यक्रम के उद्देश्य सफलतापूर्वक पूर्ण हों।
पारंपरिक खेती छोड़ किसान ने शुरू की इस फसल की खेती, किसान को हो रहा बेहतर मुनाफा।
इस विशेष कार्यक्रम से किसानों को व्यापक प्रशिक्षण दिया जायेगा, जो गन्ने की उत्पादकता व आय में वृद्धि को बढ़ावा देगा, जिससे गन्ना खेती में तकनीकी सुधार हो सकेगा। उक्त कार्यक्रम के अन्तर्गत शामली, पीलीभीत एवं बलरामपुर जिले में मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण 7 अप्रैल से प्रारम्भ हो चुका है एवं अन्य जिलों के कार्यक्रम की तिथियां भी प्राप्त हो चुकी हैं और यह प्रशिक्षण कार्यक्रम व्यापक रूप से पूरे प्रदेश में क्रियान्वित किया जा रहा है।
दिल को झकझोर कर रख देने वाला एक और प्रकरण, पति ने अपनी पत्नी को प्रेमी के साथ पकड़ा! वीडियो