झांसी। गुरसराय तहसील के बामौर ब्लॉक स्थित सिगार गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। शनिवार शाम आई तेज आंधी में गांव के मंदिर परिसर में स्थित एक पुराने पीपल के पेड़ की भारी डाल अचानक टूट गई। इस डाल पर बड़ी संख्या में तोते और अन्य पक्षी आश्रय लिए हुए थे, जो पेड़ की डाल गिरने से उसके नीचे दब गए।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह पीपल का पेड़ वर्षों पुराना है और पक्षियों का पसंदीदा बसेरा रहा है। हादसे में सैकड़ों पक्षियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई घायल भी हुए। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत पक्षियों को उचित तरीके से दफना दिया गया। घायल पक्षियों का उपचार स्थानीय पशु चिकित्सकों की मदद से किया जा रहा है।
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वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस घटना को लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है और पेड़ की अन्य कमजोर डालों का भी निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
यह घटना न केवल पर्यावरणीय संतुलन पर एक चोट है, बल्कि हमें यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि बदलते मौसम और तेज़ होती हवाएं किस तरह से प्रकृति के मासूम जीवों के लिए खतरा बनती जा रही हैं।
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