बरेली, उत्तर प्रदेश। इश्क की राह में एक युवक ने वो सब कुछ किया, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। यह कहानी है बरेली के शहजाद अंसारी की, जिसने अपने प्यार को पाने के लिए एक फर्जी सरकारी अफसर बनकर न केवल मीडिया की सुर्खियाँ बटोरीं, बल्कि शादी भी रचा ली। लेकिन झूठ ज्यादा दिन नहीं टिक सका और अब उसका अंजाम जेल की सलाखों के पीछे है।

प्यार में पड़ी शर्त ने बदली जिंदगी की दिशा
शहजाद अंसारी ने B.Com पास किया था और उसे अपनी ही गली में रहने वाली इकरा से मोहब्बत हो गई। लेकिन इकरा की फैमिली की एक ही शर्त थी – “शादी तभी होगी जब लड़का सरकारी नौकरी में होगा।”
एक व्यापारी, एक गुरु, और एक ठग- शुरू हुई सच्चाई की तलाश! पुलिस हिरासत में पूर्व प्रधान का बेटा।।
CGL और यूपी पुलिस की तैयारी शुरू
इकरा को पाने के लिए शहजाद ने यूट्यूब से SSC CGL और यूपी पुलिस दरोगा भर्ती की तैयारी शुरू की। परीक्षा भी दी, लेकिन कोई परिणाम नहीं आया। फिर एक दिन उसे CGL की चयन सूची में 2643वें स्थान पर एक और “शहजाद अंसारी” का नाम दिखा।
नाम मिलते ही रच डाली झूठ की कहानी
शहजाद ने यही मौके को भुनाया और खुद को GST इंस्पेक्टर घोषित कर दिया। मिठाई बंटी, मीडिया में इंटरव्यू तक चला। उसने फर्जी पुलिस की वर्दी खरीदी और नकली पहचान पत्र (ID Card) बनवाया। उसके बाद इकरा की फैमिली को राजी किया और धूमधाम से शादी कर ली।
सात दिन बाद खुला दुल्हन का राज, सुबह जब सो कर उठा परिवार तो मचा हड़कंप।।
झूठ के महल की नींव हिल गई
शादी के कुछ ही महीनों बाद जब शहजाद कहीं नौकरी पर नहीं गया और घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी, तब इकरा के परिजनों को शक हुआ। दस्तावेजों की जांच हुई तो सारा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
पता चला कि न तो शहजाद को नौकरी मिली थी और न ही वह किसी चयन सूची में था। बरेली पुलिस ने केस दर्ज कर शहजाद को गिरफ्तार कर लिया। अब यह ‘प्रेम कथा’ कोर्ट की चार्जशीट में तब्दील हो चुकी है।
“जिस किसान को मरा मान लिया गया, वो जिंदा सामने आ गया- तहसील में मच गया हड़कंप!”