अब 10 साल बाद टूटा गांव का सन्नाटा, अचानक पहुंची डीएम और बोली अब बहुरेंगे दिन।

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रिपोर्ट:- शरद मिश्रा “शरद”
निघासन,(लखीमपुर खीरी)। जनपद के दूरस्थ और बाढ़ प्रभावित गांव चौगुर्जी में मंगलवार को जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल व पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने औचक दौरा किया। नेपाल बॉर्डर के पास मोहना नदी के पार स्थित इस गांव में डीएम-एसपी करीब डेढ़ घंटे तक रुके और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। डीएम ने गांव की प्रमुख समस्याएं—बिजली, पानी और सड़क—को गंभीरता से लेते हुए बताया कि इनके समाधान के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव की स्वीकृति मिलते ही विकास कार्यों की शुरुआत होगी और गांव के हालात सुधरेंगे।

इसके साथ ही डीएम ने प्राथमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया और बच्चों से बातचीत कर पढ़ाई के स्तर की जानकारी ली। उन्होंने शिक्षकों की मेहनत की सराहना की और बेहतर शिक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए। डीएम ने यह भी बताया कि पूर्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पलिया दौरे के दौरान उन्होंने चौगुर्जी गांव की समस्याओं का जिक्र किया था। मुख्यमंत्री ने तत्परता दिखाते हुए निर्देश दिया था कि समस्याओं का प्रस्ताव बनाकर तत्काल शासन को भेजा जाए, जो अब भेजा जा चुका है।

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गौरतलब है कि यह गांव हर साल बाढ़ के दौरान टापू बन जाता है और संपर्क मार्ग कट जाता है। 2014 में ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी, जिसके बाद तत्कालीन डीएम को नाव के जरिए गांव पहुंचना पड़ा था, लेकिन वापसी में उनकी नाव फंस गई थी। तभी से कोई डीएम गांव नहीं आया था।

मंगलवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के दौरे को लेकर सुबह से ही प्रशासनिक अमला सक्रिय था और गांव में व्यापक स्तर पर व्यवस्थाएं की गई थीं। ग्रामीणों ने भी अधिकारियों से खुलकर अपनी बातें साझा कीं और उम्मीद जताई कि अब उनके गांव की दशा बदलेगी।
इस दौरान एसपी संकल्प शर्मा, क्षेत्रीय विधायक शशांक वर्मा, एसडीएम राजीव निगम, बीडीओ जयेश कुमार सिंह मौजूद रहे।

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