रिपोर्ट:- शरद मिश्रा “शरद”
लखनऊ। “होनहार बिरवान के होत चिकने पात” ये कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी मगर बात करें यदि इस कहावत के चरितार्थ की तो ये पीसीएस अधिकारी अश्वनी सिंह पर बिल्कुल सटीक बैठती है।
बताते चलें कि यूपी के जनपद बनारस निवासी अशोक सिंह के पुत्र अश्वनी सिंह ने उस वक्त अपने जिले का नाम रोशन किया था जब 2018 पीसीएस का परिणाम आया और अश्वनी सिंह ने 10वीं रैंक हासिल की थी। ये तीन बार आईएएस परीक्षा में भी बैठ चुके है मगर कुछ ही नंबरों से सफलता से पीछे रह गए। शुरू से ही लगन व मेहनत से पढ़ाई करने वाले अश्वनी सिंह हाईस्कूल यूपी बोर्ड से 78% व इंटरमीडिएट में 90% लाकर पूरे प्रदेश में छठवीं रैंक हासिल की थी। अश्वनी सिंह के पिता अशोक सिंह कृषि विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर है। पीसीएस परिणाम से पहले अश्वनी सिंह पेट्रोलियम में असिस्टेंट मैनेजर व इरडा में मैनेजर के पद पर भी कार्य कर चुके है।
पीसीएस की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अश्वनी सिंह को यूपी के सबसे बड़े जनपद लखीमपुर खीरी की तहसील निघासन में उपजिलाधिकारी के रूप में तैनाती मिली। यहां इन्होंने गरीबों को न्याय दिलाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। इनके ऊर्जावान व्यक्तित्व को देखते हुए तत्कालीन खीरी डीएम एम.बी सिंह ने इन्हे सदर एसडीएम के पद पर तैनात किया तब से अश्वनी सिंह लखीमपुर खीरी में सदर एसडीएम के पद की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे है।
आखिर कौन है लखीमपुर खीरी के सदर एसडीएम अश्वनी सिंह? आइए इनके बारे में जानते है।

By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
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