लखीमपुर खीरी: प्रदेश में स्थित सहकारिता क्षेत्र की 24 सहकारी चीनी में शुमार बेलरायां चीनी मिल ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। यह उपलब्धि चीनी परता में बढोत्तरी के कारण मिली है। मिल का चीनी परता बढ़ने के कारण चीनी मिल ने पिछले ढाई दशक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं।
सर्वाधिक चीनी परता के मामले में यूपी की अन्य 24 सहकारी चीनी मिलों की तुलना में बेलरायां ने प्रदेश की टॉप फाइव सहकारी चीनी मिलों में अपना स्थान बनाया है। जिससे क्षेत्र के किसानों,कर्मचारियों और मिल प्रबंध तंत्र में खुशी का माहौल है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2000 में चीनी मिल का क्षमता विस्तारीकरण कर इसे 5000 टीसीडी क्षमता के अनुरूप किया गया था, लेकिन
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विस्तारीकरण के बाद इस चीनी मिल ने दो बार सर्वाधिक गन्ना पेराई कर गन्ना पेराई का अवार्ड तो प्राप्त किया था परंतु बीते ढाई दशक में चीनी परता के मामले में लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई। पेराई सत्र 2024-25 मे ऐसा पहली बार हुआ है जब क्षमता विस्तारीकरण के बाद चीनी परता के मामले में पहली बार चीनी मिल को सहकारिता क्षेत्र की अन्य चीनी मिलों की तुलना में यह उपलब्धि प्राप्त हुई है।
चीनी मिल को इस समय प्रति एक कुंतल गन्ना पेराई पर 10.16 किलोग्राम चीनी परता प्राप्त हो रहा है। जो अब तक सर्वाधिक चीनी परता है। मिल के प्रधान प्रबंधक विवेक कुमार यादव ने इस उपलब्धि पर बेहद खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि शासन, प्रमुख सचिव प्रबंध निदेशक और डीएम के मार्गदर्शन,मिल अधिकारियों, कर्मचारियों और किसानों के सहयोग से ही बेलरायां चीनी मिल ने पिछले ढाई दशक के सारे रिकार्ड तोड़ यह उपलब्धि अपने नाम की है।