नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस का नया वेरिएंट सामने आया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और आम जनता दोनों की चिंता बढ़ गई है। इस नए वेरिएंट को KP.2 नाम दिया गया है, जो ओमिक्रॉन परिवार का ही एक सब-वेरिएंट है।
क्या है KP.2 वेरिएंट?
KP.2 वेरिएंट को WHO ने “Variant Under Monitoring” की श्रेणी में रखा है। यह वेरिएंट पहले अमेरिका, कनाडा, जापान और ब्रिटेन में तेजी से फैला था और अब भारत के कुछ हिस्सों में भी इसके केस मिलने लगे हैं। यह वेरिएंट अधिक संक्रामक (Highly Transmissible) माना जा रहा है, लेकिन अभी तक इसकी गंभीरता को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।
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लक्षण क्या हैं?
KP.2 वेरिएंट के लक्षण पुराने कोरोना वेरिएंट्स से मिलते-जुलते हैं:
- हल्का बुखार
- गले में खराश
- सूखी खांसी
- थकान
- सिरदर्द
- नाक बहना या बंद होनाकुछ मरीजों में पेट से जुड़ी समस्याएं और स्वाद या गंध की कमी की शिकायत भी देखी गई है।
कितना खतरनाक है नया वेरिएंट?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, यह वेरिएंट भले ही तेजी से फैल रहा हो, लेकिन अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि यह ज्यादा घातक है। जो लोग पहले से टीकाकृत हैं या जिन्हें पहले कोरोना हो चुका है, उनके लिए जोखिम अपेक्षाकृत कम है। हालांकि बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
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सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
भारत सरकार और राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। एयरपोर्ट्स, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। टेस्टिंग, ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सावधानी ही बचाव है: क्या करें, क्या न करें
✅ क्या करें:
- मास्क पहनें, खासकर भीड़ वाले स्थानों पर
- समय-समय पर हाथ धोते रहें
- कोविड-टीकाकरण और बूस्टर डोज जरूर लगवाएं
- लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और आइसोलेट हो जाएं
❌ क्या न करें:
- लक्षणों को नजरअंदाज न करें
- अफवाहों पर ध्यान न दें
- भीड़ में जाने से बचें, खासकर यदि आप बुजुर्ग हैं या बीमार हैं
भारत में कोरोना का नया वेरिएंट KP.2 चिंता का विषय जरूर है, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। सही जानकारी, सतर्कता और जिम्मेदारी से हम एक बार फिर इस वायरस पर काबू पा सकते हैं।
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