रिपोर्ट:- शरद मिश्रा “शरद”
लखीमपुर खीरी। नीमगांव थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में बीती रात चोरों ने शराब व्यवसायी उमेश कुमार त्रिपाठी के घर बड़ी सेंधमारी को अंजाम दिया। चोरों ने घर की पीछे की दीवार में सेंध लगाकर अंदर घुसते हुए सोने-चांदी के जेवरात, नकदी और कीमती सामान समेत करीब 18 लाख रुपए की चोरी कर डाली।
चोरी गए सामान में शामिल हैं:
- 3 सोने की चेन, 1 हार, 1 झाला, 1 जोड़ी झुमकी, 8 अंगूठियां
- 1 कंठी, 1 जोड़ी कंगन, 1 मांगबेदी, 2 जोड़ी जेवरी
- 2 कमर बिछुआ, 1 जोड़ी चांदी की पायल, 2 मंगलसूत्र, 12 चांदी के सिक्के
- लगभग ₹60,000 नगद
- दो साड़ियाँ, 15–20 कारतूस (12 बोर)
- कुल अनुमानित मूल्य: ₹18 लाख
सुबह 5 बजे खुला चोरी का राज:
पीड़ित परिवार को सुबह उठने पर चोरी की जानकारी मिली। घर का सामान बिखरा हुआ था और पीछे की दीवार में बड़ा छेद देख परिवार स्तब्ध रह गया। घटना की सूचना तुरंत नीमगांव थाने को दी गई।
दुधवा की खामोशी टूटी – जो मिला, वो कभी रिकॉर्ड में ही नहीं था, दुधवा का रहस्य अब उजागर।।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल:
स्थानीय निवासियों का कहना है कि क्षेत्र में पुलिस की गश्त सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गई है। चोरों का इस तरह घर की दीवार तोड़कर अंदर घुस जाना यह दर्शाता है कि रात में पुलिस की निगरानी नाममात्र की है। ग्रामीणों ने पुलिस की लापरवाही पर नाराज़गी जताई है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया:
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित उमेश कुमार के प्रार्थना पत्र के आधार पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है और आसपास के संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
निष्कर्ष:
रसूलपुर की यह घटना सिर्फ एक बड़ी चोरी नहीं, बल्कि नीमगांव क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा तंत्र की कमजोरी को भी उजागर करती है। सवाल यह है कि जब शराब व्यवसायी जैसे संवेदनशील व्यक्ति के घर में भी सुरक्षा नहीं है, तो आम नागरिक कितना सुरक्षित है?
सरकार से पहले पहुंचा “मसीहा” – गांव में आधी रात शुरू हुआ बाढ़ से बचाव ऑपरेशन।।