नई दिल्ली। भारतीय सेना में आज महिलाएं सिर्फ वर्दी नहीं पहन रहीं, बल्कि नेतृत्व भी कर रही हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक शख्सियत हैं कर्नल सोफिया कुरैशी, जो भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बनीं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (UN Peacekeeping Mission) के तहत एक सैन्य दल का नेतृत्व किया।
वर्ष 2016 में कर्नल सोफिया कुरैशी को भारत की ओर से यूनाइटेड नेशंस मिशन के लिए नामित किया गया था, जहाँ उन्होंने अफ्रीकी देश कांगो में तैनात सैन्य दस्ते का नेतृत्व किया। यह इतिहास में पहली बार हुआ था जब किसी भारतीय महिला सैन्य अधिकारी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के सैन्य दल का नेतृत्व किया।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
- कर्नल सोफिया का संबंध सिग्नल कोर से है — सेना की वह शाखा जो संचार और सूचना प्रणाली से जुड़ी होती है।
- वह ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई से 1999 में पास आउट हुईं।
- अपने प्रशिक्षण के दौरान ही उन्होंने सेना में अपनी नेतृत्व क्षमता और तकनीकी दक्षता से सबका ध्यान खींचा।
ऐतिहासिक उपलब्धि: UN मिशन में नेतृत्व
UN मिशन में उन्होंने एक कंटिन्जेंट (दस्ता) का नेतृत्व किया, जिसमें 17 सैन्य अधिकारी और 7 अन्य रैंक के अधिकारी शामिल थे। यह सिर्फ एक सैन्य जिम्मेदारी नहीं थी, बल्कि भारत की सैन्य नारी शक्ति की वैश्विक पहचान थी।
प्रेरणा बनीं लाखों युवतियों की
कर्नल सोफिया आज सेना में करियर की इच्छा रखने वाली हजारों लड़कियों के लिए रोल मॉडल हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि लिंग नहीं, काबिलियत और हौसला ही असली पहचान है।