लखनऊ:- वो कहते है की हर किस्से की शुरुआत सुनी अनसुनी कहानियों से होती है कानों में पड़े दिल को छूते अल्फाजों से होती है। सुनी तो मैने भी थी एक ऐसे आईपीएस अधिकारी की कहानी जिसने कई बड़े अपराधियों के छक्के छुड़ा दिए। तो चलिए बताते है एक ऐसे आईपीएस के बारे में जिसकी सराहना उच्चाधिकारी भी करते है।
इस विधायक का अंदाज ही निराला शायद इसी लिए कहा जाता है गरीबों का मसीहा, आखिर क्या है माजरा?
जी हां हम बात कर रहे आईपीएस अधिकारी रामसेवक गौतम की जिनका नाम सुनते ही अपराधियों की पतलून गीली हो जाती है। इनकी तैनाती जिस जिले में की जाती वहां अपराध की दुनिया में हलचल मची रहती है। ये जहां भी रहे अपराध को जड़ से खत्म कर दिया।
कौन है आईपीएस रामसेवक गौतम?
यूपी के जनपद चित्रकूट निवासी आईपीएस रामसेवक गौतम 2021 बैच के आईपीएस अधिकारी है। ये इन दिनों जनपद शामली के पुलिस अधीक्षक है। इससे पहले इनकी तैनाती कानपुर पुलिस कमिश्नरी में पुलिस उपायुक्त के रूप में थी। ये एसपी मुख्यमंत्री सुरक्षा भी रह चुके है। पुलिस अधीक्षक शामली का चार्ज लेने के बाद इन्होंने कई बड़े खुलासे कर घटना में सामिल अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भिजवाया। इनका अपराधियों के लिए सीधा संदेश है की या तो अपराध छोड़ दो या फिर जिला छोड़ दो। आईपीएस रामसेवक गौतम की खास बात तो यह है की इनके पास जो भी फरियादी जाता है तो निराश होकर नही लौटता। शायद यही वजह है की जहां जहां इन्हे तैनात किया गया वहां के लोग आज भी इन्हे याद करते है।
जनपद शामली में सराहनीय कार्य
जनपद शामली में लुटेरों ने तमंचे के बल पर 40 लाख रूपये की लूट की वारदात को अंजाम दे दिया था। लुटेरे ने लूट ऐसे की थी कि पुलिस जल्द समझ नहीं पा रही थी। पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम ने शहर कोतवाली, सर्विलांस टीम, एसओजी टीम सहित पांच टीमें घटना के खुलासे के लिये गठित की थी। जिसके बाद 30 लाख 20 हजार रुपए बरामद कर घटना का खुलासा किया था।
इसके अलावा कई अन्य लूट व हत्या जैसे मामलों में त्वरित खुलासे किए है व अपराधियों को गिरफ्तार किया है।